प्रकृति के सच्चे रक्षक हैं आदिवासी : महाप्रबंधक
बड़कागांव : उरीमारी स्थित सिदो-कान्हू चौक पर मंगलवार को सामूहिक सरहुल समिति ने विश्व आदिवासी दिवस समारोह पूर्वक मनाया। कार्यक्रम की अध्यक्षता समिति अध्यक्ष दसई मांझी ने की। अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि सीसीएल बरका-सयाल प्रक्षेत्र के महाप्रबंधक अमरेश कुमार सिंह सहित विशिष्ट अतिथि बिरसा परियोजना पदाधिकारी डी शिवादास, बिरसा खान प्रबंधक रामेश्वर मुंडा, एटक नेता विंध्याचल बेदिया उपस्थित थे। मौके पर मुख्य अतिथि सीसीएल बरका-सयाल प्रक्षेत्र के महाप्रबंधक अमरेश कुमार सिंह ने कहा कि विश्व के पर्यावरण एवं जलवायु को जीवंत रखना है तो हमें प्रकृति के रक्षक आदिवासियों के हित अधिकार एवं मानव जीवन की रक्षा करनी होगी। विश्व आदिवासी दिवस के दिन हमें यह संकल्प लेने की जरूरत है।
समिति के अध्यक्ष दसई मांझी ने कहा कि पूरे विश्व में आदिवासियों की संस्कृति, सभ्यता, भाषा धीरे-धीरे विलुप्त होती जा रही है। आदिवासियों की पहचान एवं जुड़ाव जल, जंगल एवं जमीन से है उसे हमें बचाने की जरूरत है।
इससे पूर्व समिति के अध्यक्ष दसई मांझी के नेतृत्व में सामूहिक सरना स्थल जरजरा से सिदो-कान्हू चौक उरीमारी तक सैकड़ों की संख्या में मोटरसाइकिल रैली निकाली गई, तत्पश्चात अतिथि एवं अन्य लोगों द्वारा सिदो-कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।
मौके पर मुख्य रूप से दसई मांझी, विंध्याचल बेदिया, दिनेश करमाली, शनिचर मांझी, कार्तिक मांझी, मोहन मांझी, सुखू मांझी, महादेव मांझी, नकुल प्रजापति, पूरन मांझी, खेपन मांझी, भादो करमाली, कृष्णा सोरेन, तालों हंसदा, जुगल करमाली, परमेश्वर सोरेन, सोलन हंसदा, दीपक करमाली, मो सज्जाद, सत्यनारायण बेदिया, सुबितराम किस्कू, विनोद सोरेन, बिरसा टूडू, शिकारी टूडू, लालजी पावरिया, पूरन टूडू, छोटू सोनकर, सुरेश प्रजापति, सुरेंद्र करमाली, बुधन करमाली, मुकद्दर सोरेन, सुखदेव किस्कू, शिवचरण करमाली, दिनेश मुंडा, विजय मुंडा, मोतीलाल मांझी, जितेंद्र यादव, सोमरा पावरिया, मजुन्दर किस्कू, टुला करमाली, जितेंद्र मांझी, रामविलास मांझी, अजय टूडू, प्रेम पावरिया, मंजीत मुर्मू, राजू पावरिया, रिंकू करमाली, आजाद मुर्मू, शेखर प्रजापति, राजेश सोरेन, अटल गुड़िया सहित कई लोग शामिल थे।