Zakir Hussain death: प्रसिद्ध तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन (73 वर्ष) का सोमवार को निधन हो गया। अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में उन्होंने अंतिम सांस ली। जानकारी के मुताबिक फेफड़े से संबंधित बिमारी की वजह से उन्हें तकरीबन दो सप्ताह पूर्व अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रविवार को तबियत बिगड़ने पर उन्हें आईसीयू में रखा गया था। जहां इलाज के क्रम में उनकी मौत हो गई।
बताते चलें कि भारत के प्रसिद्ध तबला वादक जाकिर हुसैन अंतराष्ट्रीय ख्यात प्राप्त कलाकर थे। उन्हें 1988 में महज 37 वर्ष की उम्र में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। अपने करियर के शुरुआती वर्षों में उन्होंने अभिनय भी किया और बतौर संगीतकार कई फिल्मों में संगीत भी दिया। दूरदर्शन पर एक विज्ञापन में उनका वाह ताज! कहने के अंदाज ने घर-घर में उनकी पहचान कायम कर दी थी।उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित गणमान्य लोगों, कलाकारों और उनके प्रशंसकों ने शोक संवेदना व्यक्त की है।
प्रधानमंत्री ने एक्स हैंडल पर लिखा है कि-
“महान तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन जी के निधन से बहुत दुख हुआ है। उन्हें वास्तव में एक ऐसी प्रतिभा के रूप में याद किया जाएगा जिन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत की दुनिया में क्रांति ला दी। उन्होंने तबले को वैश्विक मंच पर भी स्थान दिलाया और अपनी बेजोड़ लय से करोड़ों लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके माध्यम से, उन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत की परंपराओं को वैश्विक संगीत के साथ सहजता से जोड़ा और इस प्रकार वे सांस्कृतिक एकता के प्रतीक बन गए। उनकी शानदार प्रस्तुतियां और भावपूर्ण रचनाएं संगीतकारों और संगीत प्रेमियों की पीढ़ियों को प्रेरित करने में योगदान देती रहेंगी। उनके परिवार, मित्रों और वैश्विक संगीत समुदाय के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं।”