आत्मनिर्भर भारत का अद्वितीय प्रतिबिंब है आईएनएस विक्रांत : प्रधानमंत्री
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देश को पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर ‘INS -VIKRANT’ के रूप में मिल गया है। इसके साथ जहां देश की नौ सेना की शक्ति और देश के सुरक्षा तंत्र को मजबूती मिली हैं वहीं आत्मनिर्भर भारत का संकल्प मूर्त रूप लेता दिख रहा है।
प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को कोच्चि में विशाल और स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रांत को भारतीय नौसेना के सुपुर्द किया। वहीं उन्होंने नौसेना के नये ध्वज का भी अनावरण किया। उन्होंने नये ध्वज को वीर शिवाजी को समर्पित किया। अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि समंदर में चुनौतियां अनंत है और हमारा जवाब है आईएनएस विक्रांत। आनेवाले समय में हमारी नेवी और भी मजबूत होगी। नेवी के नये ध्वज पर उन्होंने कहा कि पुराना ध्वज गुलामी का प्रतीक था जिसे अब हटा दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि तीनों सशस्त्र सेना में महिलाओं की भी भर्ती सुनिश्चित की जा रही है।
बताते चलें कि युद्धपोत आईएनएस विक्रांत कोचिन शिपयार्ड द्वारा बनाया गया पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर है। जिसका वजन लगभग 40 हजार मिट्रिक टन है। यह 262 मीटर लंब और 60 मीटर चौड़ा। विशालकाय विक्रांत के नेवी में शामिल होने से समुद्री इलाकों में भारत की सुरक्षा तंत्र को बड़ी मजबूती मिली।