बलकुदरा ओबी डंप पर 40 एकड़ के दायरे में प्रोजेक्ट पर हो रहा काम
सीसीएल बरकासयाल एरिया के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन से लोग उत्साहित |
खबर सेल
रामगढ़: सीसीएल बरका-सयाल प्रक्षेत्र के बलकुदरा खुली खदान के निकट कायाकल्प वाटिका योजना को धरातल पर उतारने की कवायद शुरू हो गई है। तकरीबन साढ़े तीन साल के लंबे अंतराल के बाद काम अब जाकर शुरू हुआ है। फिलहाल बुनियादी काम युद्ध स्तर पर चल रहा है।
बताया जाता है कि लगभग 40 एकड़ के दायरे में भव्य कायाकल्प वाटिका बनेगी। प्रोजेक्ट के तहत पार्क, स्वीमिंग पूल, बच्चों के लिए भूलभुलैया, खेल-कूद के लिए स्टेडियम आदि का निर्माण किया जाएगा। दो इंट्री गेट के साथ टिकट घर भी बनाए जाएंगे। वहीं कायाकल्प वाटिका में बड़े पैमाने पर मछली पालन और गव्य पालन भी किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार कायाकल्प वाटिका में निर्माण कार्य आर.के. इंटरप्राइजेज के द्वारा किया जा रहा है। काम दो वर्ष की समयावधि में पूरा किया जाएगा। जबकि पांच वर्षों तक कंपनी द्वारा मैंटेनेंस का काम भी देखा जाएगा।
बताते चलें कि 23 जुलाई 2020 को सीसीएल बरकासयाल प्रक्षेत्र की ओर से समारोह पूर्वक कायाकल्प वाटिका की नींव रखी गई थी। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और तात्कालिक केंद्रीय कोयला, खान एवं संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने वाटिका निर्माण का ऑनलाइन शुभारंभ किया था।
इधर, क्षेत्र के लोगों के लिए बलकुदरा कायाकल्प वाटिका की बहु प्रतीक्षित योजना को अब धरातल उतरता देख लोगों में उत्साह है। हालांकि सीसीएल भुरकुंडा परियोजना के ही संगम खुली खदान के निकट सीसीएल की महत्वाकांक्षी ईको पार्क की बदहाली आधे-अधूरे क्रियान्वयन और पर्यावरण संरक्षण के नाम पर खानापूर्ति को लेकर अब भी प्रश्नचिन्ह खड़े कर रही है। यहां पार्क के नाम पर महज बांस और झाड़ियों का झुरमुट ही रह गया है। वाटर पंपिंग के लिए लगे फौव्वारे, पेवर ब्लॉक्स और लगाये गये फलदार-छायादार और औषधीय पौधे गायब हैं।
बहरहाल, करोड़ों खर्च कर तैयार की जा रही कायाकल्प वाटिका योजना धरातल पर कितने कारगर रूप से उतरती है, इसका जवाब आने वाले समय में ही मिल पाएगा।