समाज के भटके लोग मुख्य धारा से जुड़कर विकास में योगदान दें : उपायुक्त
चतरा: जिला के प्रतापपुर, कुंदा क्षेत्र में सक्रिय प्रतिबंधित उग्रवादी भाकपा माओवादी नक्सली सगंठन का सदस्य सह एरिया कमांडर कमलेश यादव ने झारखंड सरकार के आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति “नई दिशा” से प्रभावित होकर जिला प्रशासन चतरा के समक्ष समाहरणालय सभाकक्ष में आत्मसमर्पण किया।पुनर्वास नीति के तहत मौके पर उन्हें एक लाख रुपया का चेक प्रदान किया गया।
समाज मे वापस लौटने पर जिला प्रशासन ने किया स्वागत
इस अवसर पर उपायुक्त चतरा अबु इमरान ने कहा कि दिग्भ्रमित होकर समाज के मुख्य धारा से भटके हुए लोगों को वापस समाज मे आकर मुख्य धारा से जुड़ने के लिए वे जिला प्रशासन की तरफ से उनका स्वागत करते हैं।साथ ही वे ऐसे अन्य लोगों से भी अपील की है कि वे भी वापस आकर समाज के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें। जिला प्रशासन द्वारा उन्हें हर वो लाभ और सुविधा दिया जाएगा जो राज्य और केंद्र सरकार द्वारा देय है।
पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन ने भी जिले के प्रतिबंधित संगठन में सामिल लोगो से अपील करते हुए कहा कि अब जंगल से वापस लौटने का समय आ गया है। ऐसे लोग झारखंड सरकार के आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति नई दिशा का लाभ उठाएं।
बहकावे में आकर दस्ते में हुआ था शामिल : कमलेश
आत्मसमर्पण करने वाले भाकपा माओवादी सदस्य कमलेश यादव ने बताया कि भूमि विवाद के एक मसले को सुलझा कर अपने पक्ष में करने के लिए अन्य लोगों के बहकावे में आकर वे माओवादी दस्ते में सम्मिलित हो गए थे। उन्हें अपने कृत्य पर पछतावा है। संगठन में शामिल होकर उन्हें अन्य वरिष्ट सदस्यों का शोषण का सामना करना पड़ा साथ ही पुलिस का डर भी हमेसा से बना रहा। उन्हें अपने परिवार से अलग रहने का भी दुख है। उन्होंने जिले के अन्य सभी लोग जो प्रतिबंधित दस्ते में शामिल हो गए हैं उन सभी से अपील किया है कि वे भी समाज मे वापस आकर विकास एवं शांति स्थापित करने में अपना योगदान दें। झारखंड सरकार के नई दिशा नीति का लाभ उठाएं और अपने परिवार के साथ सुख चैन से रहें।
उक्त मौके पर समादेष्टा मनोज कुमार सीआरपीएफ 190 बटालियन चतरा, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी श्री अविनाश कुमार, पुलिस निरीक्षक लव कुमार, थाना प्रभारी हंटरगंज सनोज चौधरी, थाना प्रभारी प्रतापपुर बिनोद कुमार समेत अन्य उपस्थित थे।
यह भी पढ़ें :- स्वस्थ्य किडनी के लिए इन बातों का रखें ध्यान