बड़कागांव: प्रखंड अंतर्गत गोंदलपुरा पंचायत गाली गांव में गोंदलपुरा कॉल ब्लॉक को लेकर आयोजित आमसभा ग्रामीणों के भारी विरोध के बाद शुक्रवार को रद्द कर दिया गया।
ग्रामीणों ने एक स्वर में आमसभा का पुरजोर विरोध करते हुए कहा कि खाता 37 के अंदर सारे गैरमजरूआ, आम गैरमजरूआ कुल प्लौट सात, कुल रकवा 3.87 एकड़ भूमि जिसमें रास्ता, देवस्थान, मंदिर, सरना स्थल, तालाब, पौराणिक दार्शनिक स्थल जो गौतम बुध कालीन प्रतिमाएं, नदी, नाला इत्यादि पूरी तरह से विलुप्त हो जाएंगे। वहीं क्षेत्र के जंगल में कीमती फलदार औषधीय पेड़ पौधे, जड़ी-बूटी, जीव जंतु निवास करते हैं। जो इस परियोजना के चालू होने से बुरी तरह से प्रभावित होंगे। जिसकी मार अंततः यहां के रहने वाले वनवासी, आदिवासी, हरिजन, पिछड़ी जाति पर ही पड़ेगा। इसका ज्वलंत उदाहरण हजारीबाग शहर में बीते 7-8 फरवरी को हाथियों का आक्रमण से जोड़ा जा सकता है। यह क्षेत्र वर्षों से हाथी कॉरिडोर रहा है। आम एवं खास गैरमजरूआ जमीन एवं सार्वजनिक स्थलों का उपयोग गोंदलपुरा, बलोदर, गाली इत्यादि गांव ही नहीं करते बल्कि इनका उपयोग अन्य गांव के लोग भी करते हैं।
ग्रामीणों ने कहा कि तीन बार ग्रामसभा रद्द होने के बावजूद पुनः आमसभा का आदेश देना हास्यपद है। इससे साफ प्रतीत होता है कि सारे पदाधिकारी अडानी कंपनी के इशारे पर कार्य कर रही है। सभा के दौरान ग्रामीणों ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अपनी जीविकोपार्जन, बहु फसली जमीन की रक्षा के लिए हम जान देंगे लेकिन अपनी जमीन किसी भी खनन परियोजना के लिए नहीं देंगे।
इस दौरान ग्रामीणों ने अडानी कंपनी वापस जाओ, आम सभा रद्द करो, अडानी कंपनी के दलालों होश में आओ सहित कई नारे लगाते हुए आम सभा को रद्द करने की मांग करने लगे। ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए प्रखंड से आए अंचल निरीक्षक अनोज कुमार, अंचल अमीन नरेन्द्र प्रसाद महतो, कर्मचारी ने आम सभा को रद्द होने की घोषणा किया।