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देश कोरोना के संक्रमण से पूरी तरह उबर भी नहीं सका कि दूसरे संक्रामक रोग ने दस्तक दे दी है। इस नयी बला को मंकीपॉक्स कहा जाता है। इसे लेकर जहां केंद्र सरकार अलर्ट मोड पर है। वहीं इस रोग ने झारखंंड में भी दस्तक दे दी है। झारखंंड के गढ़वा जिले में मंकी पॉक्स का मरीज मिला है। सरकारी अस्पताल में मरीज का ईलाज चल रहा है। वहीं पलामू के नरसिंहपुर में भी मंकी पॉक्स का एक संदिग्ध मरीज मिलने की जानकारी मिली है। मरीज के बल्ड सैंपल की जांच की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग को सचेत कर दिया गया है।

बताया जाता है कि यह एक वायरस जनित संक्रामक रोग है। मरीज के संपर्क में आने पर रोग की चपेट में आने की संभावना बन जाती है। इस रोग का प्रमाणिक इलाज फिलहाल नहीं है। फिर जरूरी दवाओं और उपायों से मरीज को काफी राहत दी जा सकती है।

चिकित्सकों के अनुसार कि मंकीपॉक्स सामान्य चेचक का ही एक स्वरूप है। लेकिन इसमें शरीर के साथ हाथ की हथेली और पांव में फफोले पड़ जाते है। मरीज को बदन दर्द, बुखार, उल्टियां होने लगती हैं। हालांकि यह बिमारी जानलेवा नहीं बताई जाती है, लेकिन रोगी को पीड़ा झेलनी पड़ती है। बिमारी स्वतः ठीक होती है। ठीक होने में एक सप्ताह से तीन सप्ताह तक का समय भी लग सकता है।

इससे बचाव के लिए उपाय वही हैं जो कोविड-19 के लिए बताये जाते हैं। रोगी से पर्याप्त दूरी और समुचित साफ-सफाई संक्रमण से बचने का बेहतर उपाय है। मरीज में ऐसे लक्ष्मण मिलने पर अविलंब किसी चिकित्सक से परामर्श जरूर लें।

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