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गंजापन पुरूषों में आज एक आम समस्या है। जिससे न सिर्फ चेहरे की खूबरसूरती कम होती है बल्कि लोग शर्मिंदगी महसूस करते हैं। इससे न सिर्फ उनके आत्मविश्वास में भी कमी आती है बल्कि उनपर तनाव हावी होने लगता है। तनाव! गंजेपन की परेशानी दूर करने की बजाय और बढ़ा देता है। इसलिए तनावमुक्त रहें और बढ़ते गंजेपन को दूर करने के उपाय आजमायें। दिमाग में यह बात भी जरूर बिठा लें कि व्यक्ति के गुण और व्यवहार उसकी बाह्य सुंदरता से कई ज्यादा प्रभावी होते हैं।
गंजेपन की समस्या के पीछे कई कारण
गंजेपन की समस्या अनुवांशिक और हार्मोनल बदलाव के कारण भी होती है। इसे एंड्रोजेनिक एलोपेसिया कहते हैं और यह स्थाई रूप ले लेता है। प्रायः कनपटी और सिर के पीछे हल्के बाल रहते हैं, लेकिन सिर के उपरी सतह पर बाल पूरी तरह से झड़ जाते हैं और वापस उग नहीं पाते। यह व्यस्क होने के साथ किसी भी उम्र में हो सकता है। जेनेटिक और हार्मोनल बदलाव से हुए गंजेपन का फिलहाल कोई प्रमाणित इलाज नहीं है। इसे सामान्य शारीरिक प्रक्रिया माना जा सकता है। हालांकि इस प्रकार के गंजेपन के शुरूआती दौर में डॉक्टर से परामर्श लेना बेहतर है।
वहीं कुछ गंजेपन की समस्या में सिर के बाल हल्के जहां-तहां से झड़ने लगते हैं और सिर की त्वचा दिखाई देने लगती है। इस प्रकार के गंजेपन एलोपेसिया एरीटा कहा जाता है। शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता कमी भी इसका एक कारण माना जाता है। शरीर में कुछ जरूरी पोषक तत्वों की कमी और लंबे डिप्रेशन से भी यह हो सकता है। डॉक्टरी सलाह और कुछ दवाओं के उपयोग से इस प्रकार के गंजेपन की समस्या दूर हो सकती है।
वहीं गंजेपन की एक समस्या बालों के एक ही ओर लगातार खिंचाव से भी हो सकती है। जिसमें एक तरफ से बाल झड़कर कम होने लगते हैं। वहीं काफी समय तक लंबे बाल रखना और उनका ध्यान नहीं रखने भी बाल झड़ने शुरू हो जाते हैं। हेयरस्टाइल बदलने, बालों को सही पोषण देने और बालों का खिंचाव कम होने से यही समस्या आसानी से समाप्त हो सकती है।
गंजेपन की समस्या दूर करने का बेहतर उपाय
शुरुआती गंजापन के कुछ मामलों में दवाएं प्रभावी रूप से काम करती हैं। ‘माईनोक्सिडिल’ जैसी दवाएं सिर की त्वचा में रक्त संचार बढ़ाती है साथ ही हार्मोनल बैलेंस बनाती है। जिससे बाल फिर से उगना शुरू होने लगते हैं। लेकिन इन दवाओं का उपयोग बिना डॉक्टर के परामर्श के करना आपकी परेशानी बढ़ा सकता है। मेडिकल जांच कराने के बाद दवा का प्रयोग करना बेहतर है।
वहीं स्थाई गंजेपन के लिए प्रमाणित उपचार नहीं है। हेयर ट्रांसप्लांट करना इसका एक विकल्प हो सकता है। जो खर्चीला भी है। हालांकि हेयर ट्रांसप्लांट इन दिनों सेफ और कारगर उपाय माना जा रहा है। फिर भी हेयर ट्रांसप्लांट से पूर्व अच्छे स्किन स्पेशलिस्ट से अपनी त्वचा और एलर्जी संबंधित जांच जरूर करा लें। वहीं गंजापन छिपाने के लिए कई लोग सिंथेटिक बाल यानी ‘विग’ का इस्तेमाल करते हैं। इसमें यह ध्यान रखना चाहिए कि सिर की त्वचा को नियमित रूप से साफ रखना चाहिए।
बाल ज्यादा झड़ने पर आजमा सकते हैं ये उपाय
यदि आपके बाल अधिक मात्रा में झड़ रहे है और गंजेपन की आशंका सता रही है तो कुछ घरेलू उपाय आजमा सकते हैं। जो कई मामलों में काफी कारगर माने जाते हैं।
- ऐलोवेरा के गुदे में कई पोषक तत्व और एंजाइम होते है जो आपके सिर की त्वचा को स्वस्थ्य रखता है। इसे सिर पर लगाकर मसाज करने से बाल झड़ना बंद होगा और नये बाल उग सकेंगे।
- अरंडी (कैस्टर) के तेल की मालिश से भी बाल मजबूत होते हैं और झड़ना बंद हो जाता है।
- पिपरमिंट ऑयल से हफ्ते में दो से तीन बार हल्की मालिश करने के बाद बाल धो लें। इससे बालों का झड़ना बंद होगा और नये बाल उगने लगेंगे।
गंजेपन के लुभावने प्रचारों और प्रोडक्ट से बचे
स्थाई गंजेपन दूर करने के लुभावने प्रचार और प्रोडक्ट पर पैसे खर्च करने से बचे। इससे फायदे की जगह नुकसान ही हाथ लगेगा। यह जरूर समझें कि यदि स्थाई गंजेपन का प्रमाणित और सुरक्षित इलाज संभव होता तो विश्व बड़ी हस्तियां और पूंजीपतियों को गंजेपन की समस्या नहीं होती। हालांकि हेयर ट्रांसप्लांट या विग अब एक विकल्प जरूर है, लेकिन सबसे बेहतर है कि तनाव को दूर करे और कॉन्फिडेंस के साथ उन लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करें जो आपके जीवन को सार्थक और आपको कामयाब बनाये।
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Disclaimer- उपरोक्त लेख प्राप्त जानकारी और सूचनाओं के आधार पर लिखी गई है। हम उपायों की पुष्टि किसी प्रकार से नहीं करते । आप स्वविवेक से निर्णय लें।