चंद्र ग्रहण : इस वर्ष का अंतिम चंद्र ग्रहण काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस वर्ष दो चंद्र गहण को योग बना है। बीते 16 मई 2022 को वर्ष का पहला चंद्रग्रहण लगा। वर्ष का दूसरा चंद्रग्रहण 8 नवंबर को लगेगा। अंतिम सूर्य ग्रहण के 15 दिन बाद देव दिवाली पर चंद्र ग्रहण लगेगा। बताते चलें कि कार्तिक माह की पूर्णिमा तिथी को देव दिवाली के रूप में मनाया जाता है।
चंद्र ग्रहण का समय:
यह ग्रहण चंद्रोदय के समय शाम 05:32 पर प्रारंभ होगा और 06:18 पर समाप्त होगा, इसका मोक्ष काल 07:25 पर रहेगा। स्थानीय समय के अनुसार ग्रहण की अवधि 45 मिनट्स 48 सेकण्ड्स रहेगी। उपच्छाया से पहला स्पर्श- दोपहर 01:33 बजे।उपच्छाया से आंतिम स्पर्श- शाम 07:25 बजे। सूतक काल सुबह 09:21 बजे से शाम 06:18 बजे तक रहेगा।
भारत के इन हिस्सों में दिखेगा चंद्र ग्रहण:
भारत में यह चंद्र ग्रहण पूर्णरूप से सिर्फ पूर्वी भागों में दिखाई देगा। बाकी जगहों पर आंशिक ग्रहण दिखेगा। भारत के कोलकाता, सिलीगुड़ी, पटना, रांची और गुवाहाटी एवं इनके आसपास के शहरों से इस ग्रहण को देखा जा सकता है। वहीं विश्व में यह चंद्र ग्रहण ऑस्ट्रेलिया, एशिया, दक्षिण और उत्तर अमेरिका, उत्तरी-पूर्वी यूरोप, प्रशान्त महासागर, पेसिफिक, अटलांटिक और हिन्द महासागर के अधिकांश भागों में दिखाई देगा।
चंद्रग्रहण पर क्या करें:
चंद्रग्रहण पर सूतक काल में मंदिरों के कपाट बंद कर दिये जाते हैं। सूतक काल खत्म होने के उपरांत कपाट खुलते हैं। इस दौरान मूर्ति पूजा करने की बजाय भगवान का सिर्फ ध्यान करें। सूतक काल में भजन कीर्तन करना सही है। ग्रहण काल में खाने-पीने की चीजों में तुलसी के पत्ते डालकर ही सेवन करें। चंद्र ग्रहण का विभिन्न राशियों के जातकों पर शुभ-अशुभ का अलग-अलग प्रभाव बताया जाता है। मान्यता है कि ग्रहण के उपरांत गेंहूँ, मसूर दाल, लाल कपड़ा आदि के दान से ग्रहण के दोष दूर होते हैं।
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