ममता बनर्जी सरकार की कार्बन कॉपी है हेमंत सरकार: सिद्धार्थ नाथ सिंह
रांंची: पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी की सरकार और झारखंड की हेमंत सोरेन की सरकार कार्बन कॉपी है। फिर चाहे वह आबकारी हो, खनन हो, गौ तस्करी हो या फिर तुष्टीकरण की राजनीति हो, मालूम पड़ता है कि पूरी की पूरी ममता बनर्जी सरकार की परछाई यहां काम कर रही है। यह बाते पश्चिम प्रयागराज के भाजपा विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह ने गुरूवार को लेक गार्डेन बैंक्वेट हॉल, अरगोड़ा में आयोजित प्रेसवार्ता में कही।
आगे उन्होंने कहा कि यहां आकर पहली बार ‘धोती घोटाला’ सुनने को मिल रहा है। यहां के सीएम सचिवालय के फाइलें दलालों के घरों पर जाकर निबट जाती हैं। यहां चल रही तुष्टिकरण की राजनीति में सबसे ज्यादा आदिवासी ही प्रभावित हो रहे हैं। आदिवासी बहनों के होती घटनाएं और उनके शोषण के मामले तुष्टिकरण से बढ़ रहे हैं।
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि जिस तरह से पश्चिम बंगाल में बांग्लादेशियों की घुसपैठ हो रही और वहां की सरकार उन्हें राशनकार्ड तक बनाकर दे रही है। उसी प्रकार से झारखंड में भी घुसपैठ हो रहा है। जैसे ममता बनर्जी को लगता है कि सिर्फ बंगालियों के वोट से चुनाव नहीं जीता जा सकता इसके लिए घुसपैठिए जरूरी हैं, उसी प्रकार से यहां हेमंत सोरेन को भी लग रहा है कि सिर्फ यहां के मूलनिवासियों के वोट से चुनाव नहीं जीत सकते, इसके लिए यहां भी बांग्लादेशियों का इंपोर्ट कराया जा रहा है। यह खतरनाक है और राष्ट्रहित में नहीं है।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी एनआरसी के पक्ष में हैं। बिहार, पश्चिम बंगाल और झारखंड से कितना भी विरोध हो, राष्ट्र हित में एनआरसी लागू जरूर होगी। देश के मुस्लिमों को इससे कोई खतरा नहीं। जो ये भ्रम फैला रहे वे फैलाते रहें।
आगे उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के नौ वर्ष साहसिक और मजबूत वर्ष रहे हैं। प्रधानमंत्री ने स्पीड और बड़े स्केल काम किये हैं। चाहे आवास योजना हो, शौचालय हो या आयुष्मान योजना, सभी योजनाएं बड़े पैमाने पर चल रही है। हर घर नल के तहत सभी राज्यों में तेजी से काम हो रहा है। लेकिन झारखंड में काम धीमा चल रहा है। यहां की सरकार राजनैतिक कारणों से गरीबों को योजनाओं से वंचित कर रही है। उन्होंने कहा कि 2014 के पहले देश में 74 एयरपोर्ट थे और आज 2023 में और 74 नये एयरपोर्ट जुड़ गये है। मेडिकल सीटें भी बड़े पैमाने पर बढ़ाई गई है। मोदी सरकार देश की मजबूती और विकास के लिए निरंतर काम कर रही है।