आप की बात: संगठन – हलधर अहीर

Aap ki baat

 

दु:खे जन क’रे रदन,
संगे ‌ना ह’ले हथी मरदन।
एकला च’ला हेके अकारन,
मानुस जन ह’आ संगठन।।

भाई भेदे राबन नस्ट’,
भाई छाड़ा द’मे कस्ट’।
आदि जुगेक हेके कथन ,
मानुस जन ह’आ संगठन।।

ना मानले निजेक काथा,
निस्चित आहे पेछु बेथा।
ल’क करबेन दुवारे गरजन,
मानुस जन ह’आ संगठन।।

निजेक सभे क’रा हित,
आपन रक्ते राखा प्रीत।
मांय माटीक एहे आवाहन,
मानुस जन ह’आ संगठन।।

प्रेम जदी नेखे घरे,
आकाल बेलाय ल’र पड़े।
गुरु जनेक एहे कथन,
मानुस जन ह’आ संगठन ।।

पर त’ हेके पर,
ठेकान नेखे क’न’ उकर।
ना माना परेक कथन,
मानुस जन ह’आ संगठन ।।

एकला-एकला ना र’हा,
अत्याचार के ना स’हा।
ज’ड़’ ह’वा दतुन मुठ्ठा र’कम,
मानुस जन ह’आ संगठन ।।

सामे दामे ना फांसा,
नितर ह’बा पेछु ग’सा।
इमानदार ह’आ ल’क आपन,
मानुस जन ह’आ संगठन।।

नर-वानर केर संगठन,
राबन राजाक हलक मरन।
खेयाल राखा काथा जीबन,
मानुस जन ह’आ संगठन।।

हित’ ल’केक माना बारन,
ना ह’ले ह’इ लंका दहन।
स्वार्थी जन केर कारन,
मानुस जन ह’आ संगठन।।

आसा क’रे कबि हलधर
बांचाय पारब आपन घर।
लागाय के तन मन धन,
मानुस जन ह’आ संगठन ।।

हलधर अहीर

पंचपरगनिया भाषा विकास केन्द्रीय समिति के सक्रिय सदस्य

गांव :- खाटंगा
पोस्ट :- लोवाहातु
प्रखंड :- राहे
थाना :- सोनाहातु
जिला :- रांची ( झारखंड)

 

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