मकर संक्रांति 2024: सूर्य की उपासना का महापर्व मकर संक्रांति कल 15 जनवरी को मनाया जाएगा। मकर संक्रांति के साथ ही खरमास समाप्त हो जाएगा। ज्योतिष मान्यता के अनुसार इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं और दक्षिणायन से उतरायण को ओर बढ़ते हैं। इस दिन से सूर्य की तेज अधिक प्रतीत होती है।
सनातन धर्म में इस दिन स्नान और दान की बड़ी मान्यता है। बिहार-झारखंड में मकर संक्रांति पर तिलकुट, दही-चूड़ा और खिचड़ी खाने की परंपरा चली आ रही है। इस दिन को भारत के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग नाम से भी मनाया जाता है। इस दिन से कार्यों की शुरूआत को शुभ माना जाता है।
इस वर्ष 15 जनवरी को रवि योग और वरीयान योग बन रहा है। वहीं धनु राशि में बुध और मंगल एक ही साथ होंगे। रवि योग सुबह 07 बजकर 15 मिनट से लेकर सुबह 08 बजकर 07 मिनट तक रहेगा। जबकि 15 जनवरी को वरीयान योग प्रात: 2 बजकर 40 मिनट से लेकर रात 11 बजकर 11 मिनट तक रहेगा।