6 से 7 की संख्या में पहुंचे हथियारबंद उग्रवादी

• फायरिंग में एक मजदूर घायल, सीसीएल अस्पताल गांधीनगर में भर्ती 

रामगढ़: सीसीएल बरका-सयाल प्रक्षेत्र अंतर्गत उरीमारी स्थित न्यू बिरसा परियोजना में उग्रवादियों ने बुधवार की रात जमकर तांडव मचाया है। परियोजना के लोडिंग प्वाइंट पर उग्रवादियों ने एक पेलोडर फूंक दिया है‌। साथ ही ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए अन्य वाहनों में तोड़फोड़ भी की है। वारदात को अंजाम देने के बाद उग्रवादी प्रतिबंधित टीपीसी संगठन का पर्चा छोड़ गए हैं। घटना से परियोजना सहित आसपास दहशत का माहौल है।

मिली जानकारी के अनुसार न्यू बिरसा परियोजना के कोयला लोडिंग प्वाइंट पर रात तकरीबन 11:30 बजे 6 से 7 की संख्या में हथियारबंद नकाबपोश उग्रवादी पहुंचे। जहां उन्होंने हवाई फायरिंग करते हुए आसपास मौजूद  मजदूरों को भगा दिया। इस दौरान उन्होंने एक पेलोडर को आग के हवाले कर दिया। जबकि एक अन्य पेलोडर और तीन हाइवा को तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया। इस बीच उग्रवादियों ने कई राउंड फायरिंग की। घटना को अंजाम देकर उग्रवादी भाग निकले और जाते-जाते प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन टीपीसी का पर्चा छोड़ गए।

फायरिंग के दौरान परियोजना में कार्यरत सीसीएल के जेनरल मजदूर के घायल होने की जानकारी मिली है। बताया जाता है कि फायरिंग के दौरान चली एक गोली कहीं से छिटककर मजदूर संतोष मुंडा के पैर में जा लगी। जिससे वह घायल हो गया। आनन-फानन में उसे सीसीएल अस्पताल गांधीनगर, रांची ले जाया गया। 

वहीं घटना की जानकारी पर रात में हजारीबाग एसपी अरविंद कुमार सिंह सहित बड़कागांव एसडीपीओ, उरीमारी ओपी प्रभारी सदलबल घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस अधिकारियों ने घटना की जानकारी लेते हुए छानबीन शुरू कर दी है। 

इधर, गुरुवार की सुबह परियोजना में दहशत का माहौल रहा। ट्रांसपोर्टिंग में लगे वाहनों का परिचालन ठप रहा। कौतुहल के बीच लोग घटना की चर्चा करते देखे गए। 

 न्यू बिरसा परियोजना उग्रवादियों और अपराधियों के निशाने पर

सीसीएल की न्यू बिरसा परियोजना में हाल के दिनों में अपराधियों ने कई घटनाओं को अंजाम दिया है। एक माह के भीतर यह तीसरी घटना है। इससे पूर्व बीते चार मार्च सैनिक आउटसोर्सिंग कंपनी के हाइवा को आग लगाकर अपराधी फायरिंग करते हुए भाग निकले थे। वहीं आठ मार्च को अपराधियों ने पानी टैंकर में आग लगा दिया था। हालांकि इस दौरान माइंस पर मौजूद कर्मियों ने तत्परता से आग पर काबू पा लिया था। इधर, बुधवार की रात उग्रवादी संगठन ने फायरिंग और आगजनी की घटना को अंजाम दे दिया है। लेवी को लेकर न्यू बिरसा परियोजना अपराधियों और उग्रवादियों के निशाने पर हैं। जिससे सीसीएल कर्मी और आऊटसोर्सिंग कंपनी के कर्मी दहशत के बीच काम करने को विवश हैं। वहीं क्षेत्र के ग्रामीणों में भी भय व्याप्त है। 

घटना से दहशत, पुलिस की मौजूदगी में हुई बैठक

घटना के बाद न्यू बिरसा परियोजना के कर्मियों, आउटसोर्सिंग कंपनी के मजदूरों, पेलोडर मालिकों और ट्रांसपोर्टरों में दहशत है। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर उरीमारी पुलिस की मौजूदगी में बैठक हुई। जिसमें परियोजना पदाधिकारी सुबोध कुमार सहित अन्य अधिकारी और स्थानीय विस्थापित समिति के नेता शामिल रहे। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चर्चा की गई। पीओ सुबोध कुमार ने कहा कि यहां बड़ी आपराधिक घटनाएं चिंता का विषय है। यहां पुलिस पिकेट बनाने को लेकर पुलिस के वरीय अधिकारियों से मांग की जाएगी।

टीपीसी का पर्चा छोड़ा, मैनेज करने की दी धमकी

न्यू बिरसा परियोजना में फायरिंग और आगजनी के बाद उग्रवादी वाहनों में तोड़फोड़ करते भाग निकले। जानकारी के अनुसार इस क्रम उन्होंने प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन टीपीसी का पर्चा भी फेंका है‌। जिसमें अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ मुंशी, पेलोडर मालिक और ट्रांसपोर्टरों को चेतावनी दी गई है। प्रताप जी के नाम से जारी पर्चे में संगठन को मैनेज करने के बाद ही काम चालू  करने की बात कही गई है। साथ ही इसका उल्लंघन करने पर नतीजा बुरा होने की धमकी भी दी गई।

By Admin

error: Content is protected !!