बड़कागांव: विस्थापित कार्यालय न्यू बिरसा पोटंगा में गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया गया। सर्वप्रथम विस्थापित समिति न्यू बिरसा पोटंगा के अध्यक्ष सूरज बेसरा ने झंडोतोलन कर तिरंगे को सलामी दिया।
मौके पर मुख्य अतिथि सूरज बेसरा ने कहा कि देश को अंग्रेजों की गुलामी से 15 अगस्त 1947 को आजादी मिली। आजादी मिलने के बाद देश को चलाने के लिए संविधान की आवश्यकता थी। तब बाबा साहेब डॉ. भीम राव अंबेडकर के नेतृत्व में संविधान बना। जिसके बनने में 2 साल 11 महीना 18 दिन का समय लगा और 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू हुआ। तब से हमलोग प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाते आ रहे है।
मौके पर विस्थापित समिति न्यू बिरसा के संरक्षक सोनाराम मांझी, सचिव जीतन मुंडा, कोषाध्यक्ष संजय करमाली, विस्थापित नेता मनोज मुंडा, मोहन सोरेन, संतोष कुमार सिंह, गणेश गंझु, विश्वनाथ मांझी, झानाराम सोरेन, गिरधारी प्रजापति, बिनोद हेंब्रम, सन्नी सोरेन, त्रिलोक सोरेन, जूरा सोरेन, पप्पू मांझी, बेनीलाल सोरेन, कामेश्वर मुंडा, संजय सोरेन, रमेश हंसदा, बसंत मांझी, बाबू मुर्मू, तलमी देवी, क्रांति किस्कू, कर्मी देवी, डोरको देवी, उषा देवी, पूनम देवी, अनिता देवी, सरिता बेसरा, बुधनी देवी, तेरेशा बेसरा, कर्मी मरांडी सहित कई लोग मौजूद थे।
कार्यक्रम को सफल बनाने में पंकज हेंब्रम, आनंद बेसरा, प्रेम सोरेन, विजय सोरेन, सुखराम बेसरा, अजय मरांडी, अजय बेसरा, अजय करमाली, बंशी मुर्मू, अनुज मुंडा, दिनेश मुंडा, सुनील सोरेन, अजय गंझू, अर्जुन मुंडा का सराहनीय योगदान रहा।