रांची: ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) की राज्य परिषद की बैठक रविवार को रांची में संपन्न हुई। जिसमें राज्य की राजनीति और विश्वविद्यालय से जुड़े मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में छात्र-नौजवानों के मुद्दों को लेकर राज्य में आंदोलन तेज करने और संगठन के विस्तार के उद्देश्य से रणनीति बनाई गई।
बैठक के उपरांत केंद्रीय अध्यक्ष कामरेड नेहा, नवनिर्वाचित राज्य अध्यक्ष कामरेड विभा और राज्य सचिव त्रिलोकी नाथ ने प्रमुख रूप से प्रेस को संबोधित किया और बैठक के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार जनवरी से मार्च तक आइसा का सघन सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ ही, राजभर विश्वविद्यालय में लंबित छात्र संघ चुनावों और छात्रों से फीस वसूली के खिलाफ भी आंदोलन किया जाएगा।
कहा कि आगामी 30 जनवरी को राजभर में सभी जिला कल्याण पदाधिकारी और डीसी ऑफिस के सामने प्रदर्शन किया जाएगा, ताकि छात्रवृत्तियों का भुगतान जल्द से जल्द हो सके। इसके अलावे आगामी 6 मार्च 2025 को राजभवन के समक्ष छात्राओं पर बढ़ते हमलों, स्थानीय नीति और खतियान आधारित स्थानीय नीति की मांग, और विश्वविद्यालयों में रिक्त पदों पर नियुक्ति को लेकर विरोध प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा।
अवसर पर केंद्रीय अध्यक्ष कामरेड नेहा ने इस दौरान देशभर में फंड कटौती, शिक्षा नीति और बेरोजगारी के बढ़ते मुद्दों पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि झारखंड जैसे राज्यों में छात्र-नौजवानों के लिए बेहतर शिक्षा और रोजगार सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है।
नवनिर्वाचित राज्य अध्यक्ष कामरेड विभा ने कहा कि उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी गई है, उसे वे पूरी निष्ठा से निभाएंगे और संगठन के साथ मिलकर छात्र-नौजवानों के मुद्दों को प्राथमिकता देंगे। राज्य सचिव त्रिलोकी नाथ ने कहा कि इन समस्याओं को झारखंड में लागू करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।