रांंची: स्थाईकरण की मांग को लेकर शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास घेरने जा रहे सहायक पुलिसकर्मियों पर पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया है। जिसमें दर्जनों सहायक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।सहायक पुलिसकर्मी सेवा स्थाई करने और वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर पिछले दो सप्ताह से मोरहाबादी मैदान में धरना दे रहे हैं। आंदोलन को देखते हुए राज्य सरकार की ओर से वार्ता कर एक साल का सेवा विस्तार और मानदेय में 20 प्रतिशत की वृद्धि का प्रस्ताव रखा गया। जिसपर सहमति नहीं बन सकी है।
स्थाईकरण की मांग को लेकर शुक्रवार को सहायक पुलिसकर्मी मोरहाबादी मैदान से मुख्यमंत्री आवास घेरने निकल पड़े। सहायक पुलिसकर्मियों ने पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़ने का प्रयास किया। पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए उन्हें रोकने का प्रयास किया। इस बीच झड़प और पथराव भी किया गया। इस जद्दोजहद में पुलिस ने सहायक पुलिसकर्मियों पर लाठीचार्ज कर दिया। जिसमें दर्जन भर से ज्यादा सहायक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
वहीं मामले पर भाजपा ने हेमंत सरकार पर जमकर हमला बोला है। प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि जिन सहायक पुलिसकर्मियों ने नक्सलियों के खिलाफ जान जोखिम में डालकर लड़ाई लड़ी, उन्हें राज्य की पुलिस ही पीट रही है। राज्य सरकार उनकी मांगे पूरी करने की बजाय उनपर लाठी चलवा रही है।