झारखंड राज्य साहित्य कला अकादमी के गठन का आग्रह |
राज्य की उन्नति और समृद्धि में साहित्य की अहम भूमिका: महुआ माजी
रांची: राज्यसभा सांसद डॉ. महुआ माजी ने अल्पसंख्यक कल्याण, पर्यटन, कला, संस्कृति, खेल-कूद एवं युवा कार्य, निबंधन विभाग के मंत्री हफीजुल हसन झारखंड राज्य के साहित्य कला अकादमी के गठन हेतू ज्ञापन सौंपा।
डॉ. महुआ माजी ने ज्ञापन में कहा है कि किसी भी राज्य की उन्नति और समृद्धि में वहां के साहित्यिक व सांस्कृतिक परिवेश का बहुत बड़ा योगदान होता है। अन्य राज्यों की तरह झारखंड में भी साहित्य अकादमी, ललित कला अकादमी व नाट्य अकादमी का गठन होना चाहिए ताकि इस वर्ग से जुड़े हुए लोग को एक मंच मिले और सांस्कृतिक रूप से भी झारखंड का विकास हो सके।
कहा गया कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मार्गदर्शन में सर्वांगीणविकास पर जोर दिया जा रहा है। इस आयाम में साहित्य अकादमी का गठन एक मील का पत्थर साबित होगा। झारखंड को अलग राज्य बने हुए 23 वर्ष बीत चुके हैं। विगत 23 वर्षों में पूर्ववर्ती सरकारों ने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया है।
वहीं विभागीय मंत्री हफीजुल हसन ने सांसद को आश्वस्त किया कि साहित्य अकादमी सहित अन्य अकादमी के गठन हेतु कैबिनेट को अविलंब प्रस्ताव विभाग स्तर से भेजा जाएगा। इसका प्रारूप तैयार है एवं प्रशासनिक स्वीकृति प्रक्रिया में है।
ज्ञात हो कि कुछ समय पूर्व राज्यसभा सांसद महुआ माजी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी ज्ञापन देकर इससे अवगत करवाया था। इस मौके पर राजयसभा सांसद के साथ झामुमो के कार्यकर्ताओं के साथ विभागीय अधिकारीगण भी मौजूद थे।