रांंची: पांचवें विधानसभा सत्र कल समाप्त हो गया। मुख्यमंत्री का आखिरी राजनैतिक भाषण भी हुआ। जिसमें उन्होंने कई झूठी बातें कहीं और कई झूठे वादे भी किए, लेकिन राज्य की बिगड़ती विधि-व्यवस्था पर मुख्यमंत्री एक शब्द भी नहीं कह सके। यह बातें नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने शनिवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि आज सुबह पता चला की रांंची में दरोगा अनुपम कच्छप की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। कल आखिरी सत्र के दिन ही रांंची में एक अधिवक्ता गोपी कृष्ण को उनके घर के बाहर चाकू से गोदकर मार दिया गया था। वही अपराधियों के हमले में घायल धुर्वा के पूर्व पार्षद वेद प्रकाश का भी इलाज के दौरान निधन हो गया है। झारखंड में पुलिस, अधिवक्ता और जनप्रतिनिधि की बैक टू बैक हत्या होती है और राज्य सरकार सिर्फ अपनी डींगें हांकती है। विधान मंडल के फ्लोर पर अपने झूठे वादों के लिए झूठी दलीलें तो देती है, लेकिन लॉ एंड ऑर्डर पर कुछ भी नहीं कहती है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इससे साफ होता है कि वर्तमान सरकार के संरक्षण में ही यह सारी घटनाएं घटित हो रही है। राज्य की 7000 महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामले हुए हैं। राज्य में प्रतिदिन औसतन पांच लोगों की हत्या हो रही है। राज्य सरकार आदिवासी संगठनों के युवाओं और छात्रों को पुलिस से पिटवा रही है, ताकि घुसपैठियों के लिए जगह तैयार की जा सके और तुष्टिकरण की राजनीति को धार दे सकें।
झारखण्ड की वर्तमान जेएमएम, कांग्रेस एवं राजद वाली सरकार के राज्य में कोई भी सुरक्षित नहीं है। यहां तक की आम जनता भगवान से यह प्रार्थना करने की मजबूर है कि कब यह झुठी सरकार का राज खत्म हो और भाजपा की सरकार आये।
संवाददाता सम्मेलन में योगेन्द्र प्रताप सिंह, सह मीडिया प्रभारी, तारिक इमरान, अल्पसंख्यक मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष उपस्थित रहे।