कोडरमा: समर्पण एवं आरएमआई की ओर से जरगा स्कूल में आयोजित पियर एजुकेटर का दो दिवसीय जीवन कौशल प्रशिक्षण शिविर का समापन बुधवार को हुआ। इस शिविर में बेंदी, जरगा एवं गझंडी पंचायत के कुल 25 किशोर- किशोरियों ने भाग लिया।
प्रशिक्षक संतोष कुमार वर्णवाल ने किशोर-किशोरियों के शारीरिक, मानसिक एवं बौद्धिक विकास के लिए बुनियादी अवधारणाओं की जानकारी दी। उन्होंने विभिन्न खेलों, गीतों एवं नाटकों के माध्यम से जीवन में शिक्षा के महत्व की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हम आज जितने व्यावाहारिक होंगे उतने ही समाज में हमारी पहचान और रुतबा में बढ़ोतरी होंगी। उन्होंने कहा कि गांव में आज भी पारंपरिक खेल जिन्दा हैं और इसे बच्चों ने बचा कर रखा है। वही हम बड़े बुजुर्ग अपने दायित्वों का निर्वहन सही से नहीं कर रहे हैं।
परियोजना समन्वयक आलोक सिन्हा ने कई किस्से और उदाहरणों के माध्यम से जीवन के सच्चाईयों से प्रतिभागियों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि आज सभी को सृजनात्मक और उद्धमशील गतिविधियों में हिस्सा लेना चाहिए। इससे स्वास्थ्य चित बेहतर होता है। उन्होंने किशोर-किशोरियों को सामुदायिक पुस्तकालय से जुड़ने एवं किताबों से जीवन सँवारने की बात कही।
धन्यवाद ज्ञापन कार्यकर्ता मनीष लहेरी ने किया। कार्यक्रम में राजेश कुमार, क्षेत्रीय कार्यकर्ता महेंद्र कुमार, बबीता देवी, राजेश कुमार सहित कई लोगो की अहम भूमिका रही।