रांची: सात दिन बीत जाने के बाद भी भाकपा नेता सुभाष मुंडा हत्याकांड के आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। जिससे लोगों में काफी रोष है। हत्यारों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी को लेकर मंगलवार की शाम तिलता बागीचा से कांठीटांड़ चौक तक कैंडल मार्च निकाला गया। जिसमें पंचायत प्रतिनिधियों और विभिन्न संगठनों लोगों ने स्व. सुभाष मुंडा को श्रद्धांजलि देते हुए विधि-व्यवस्था के प्रति गहरा असंतोष प्रकट किया।
इस दौरान रांची जिला परिषद अध्यक्ष निर्मला भगत ने कहा कि राज्य में अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं। विधि-व्यवस्था चरमरा गई है। अपराधी खुलेआम हत्या कर निकल जा रहे हैं। इसे लेकर यह कैंडल मार्च निकाला जा रहा है।
मौके पर पूर्व जिप सदस्य, रातू दक्षिण अमर उरांव ने कहा कि हेमंत सोरेन के सरकार में राज्य के आदिवासी सुरक्षित नहीं है। कहने को आदिवासी की सरकार है, पर आदिवासी ही सुरक्षित नहीं हैं। रांची में अब खुलेआम हत्या हो रही है। पूर्व में भी रातू की बेटी रूपा तिर्की की हत्या हुई। जिसके हत्यारे को जानते हुए भी हेमंत सरकार उसे बचा रही है।
वहीं पूर्व प्रमुख सुरेश मुंडा ने कहा कि हत्याकांड के बाद सात दिन बीत गये है। हमारी मांग थी कि 12 घंटे के भीतर हत्यारों की गिरफ्तारी हो, लेकिन पुलिस हत्यारों को अबतक नहीं पकड़ सकी है।
कैंडल मार्च में जिप अध्यक्ष निर्मला भगत, रातू कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष कुशल उरांव, मुखिया संघ अध्यक्ष रातू प्रखंड सुखदेव उरांव, असलम अंसारी, किशोर पोद्दार, सोमनाथ उरांव, महरु उरांव, बुधु उरांव, प्रभात तिर्की, राहुल उरांव, गोपी मिंज, विजय टोप्पो, लुकस उरांव, निरंजन उरांव, संजू उरांव, सोमा लकड़ा, सुधीर मिंज, प्यारी उरांव, वरुण उरांव, मोहन उरांव सहित अन्य उपस्थित थे।