कोयलांचल से राज्य सरकार को जाता है 5.5 हजार करोड़, यहां के लोग रोजी-रोटी के दूसरे राज्यों में जाकर हाथ फैला रहे, यह शर्मनाक है – गोपाल सिंह
मजदूरी करने आंध्रप्रदेश गये भुरकुंडा के युवक की मौत पर परिजनों से की मुलाकात
• बंधाया ढांढस, दिया आर्थिक सहयोग
• राज्य और जिला प्रशासन से संदिग्ध मौत की जांच कराने की मांग
रामगढ़: आंध्रप्रदेश मजदूरी करने गये भुरकुंडा के युवक रविंद्र गंझू की मौत को लेकर शनिवार को कोल इंडिया के पूर्व चेयरमैन गोपाल सिंह भुरकुंडा पहुंचे। जहां उन्होंने हॉस्पिटल कॉलोनी के निकट मृतक के आवास पर परिजनों से मुलाक़ात कर घटना के बावत जानकारी ली। साथ ही शोकाकुल परिजनों को ढांढस बंधाते हुए आर्थिक सहयोग दिया। वहीं संदिग्ध मौत के संबंध में उन्होंने थाना में आवेदन देने का सुझाव दिया।
इस दौरान कोल इंडिया के पूर्व चेयरमैन गोपाल सिंह ने मीडिया से कहा कि यहां का युवा मजदूरी करने बाहर जाता है और बदले में संदिग्ध मौत मिलती है।यह झारखंड वासियों के लिए बेहद शर्म की बात है कि राज्य का युवा गरीबी और बेरोजगारी में रोजी-रोटी तलाशने दूसरे राज्यों में जा रहा है। कहा कि – जिस तरह से रविंद्र गंझू की मौत हुई है, इसकी विस्तृत जांच होनी चाहिए। यदि किसी ने रविंद्र गंझू का मर्डर किया है, तो इसकी पूरी छानबीन कर दोषी को सजा दिलानी चाहिए। जिससे अन्य राज्यों में पलायन करते झारखंड के अन्य युवाओं के साथ ऐसा न हो। कहा कि, रामगढ़ जिला प्रशासन से आग्रह है कि मौत के कारण का पता लगाए।
वहीं उन्होंने राज्य में बढ़ते पलायन और कोयलांचल में बसे आम लोगों की स्थिति को लेकर झारखंड सरकार पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि, कब तक झारखंड के युवा काम तलाशने अन्य राज्यों में जाते रहेंगे और रोजी-रोटी के लिए दूसरों के सामने हाथ फैलाते रहेंगे। सिर्फ झारखंड के कोयलांचल से राज्य सरकार को तकरीबन साढ़े पांच हजार करोड़ रूपये रॉयल्टी, डीएमएफटी और अन्य मदों में जाता है। उन्होंने राज्य सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि- क्या इस रकम पर कोयलांचल के युवाओं, महिलाओं, विस्थापितों का कोई अधिकार नहीं है ? क्या कोयलांचल में पैदा लेना कोई जूर्म हो गया है ? क्या यहां के लोग सिर्फ तंगहाली में मरने के लिए पैदा होते हैं ?
उन्होंने कहा कि कोयलांचल दुधारू गाय की तरह है। गाय जब दूध दे रही है सब उठाकर ले जाया जा रहा है। जबकि सारा धूल-गर्द हमेशा यहां के लोग झेलते हैं। सारी परेशानी यहां के लोगों को होती है। फिर, यहां के लोग क्यों गरीब रहें। उन्होंने कहा कि – राज्य सरकार से आग्रह है कि कोयलांचल के लोगों पर भी ध्यान दे। साथ ही प्रवासी मजदूर को दिए जानेवाले अधिकार के तहत मृतक रविंद्र गंझू के परिजनों को 10 लाख रूपये का अविलंब भुगतान किया जाए।
ये रहे मौजूद
मौके पर मुखिया अजय पासवान, पंसस दीपक भुईयां, सीसीएल भुरकुंडा परियोजना पदाधिकारी मनोज कुमार पाठक, एसटी एससी ओबीसी कौंसिल अध्यक्ष ब्रजकिशोर पासवान, प्रोजेक्ट इंजीनियर अंकुर विश्वनाथ, माइंस बी. मैनेजर रिशु सिंह, रामानुज पासवान, केदार राम, लखेंद्र राय, अशोक चौहान सहित अन्य मौजूद थे।