पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने की अबतक पहल नहीं
• सांकी स्टेशन बनने से जगी उम्मीद
रामगढ़: पतरातू घाटी और लेक झारखंड के चर्चित पर्यटन स्थलों में शुमार है। पतरातू के पलानी झरना को भी पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने की भी कवायद जारी है। वहीं पतरातू प्रखंड में ही सदाबहार “निम्मी झरना” भी है। जिसकी खूबरसूरती और आसपास हरा-भरा माहौल बेहद सुहावना है। लगभग 100 फीट की उंचाई से झरना निरंतर गिरता रहता है। हरे-भरे पेड़ पौधों के बीच छोटे-बड़े चट्टानों होकर कलकल बहता साफ पानी बेहद मनमोहक प्रतीत होता है। नये साल में आसपास के क्षेत्र से लोग यहां पिकनिक का आनंद उठाने पहुंचते हैं। इस बार भी यहा अच्छी-खासी संख्या में लोगों के पहुंचने होने की उम्मीद है।
पतरातू प्रखंड के भुरकुंडा मतकमा चौक से 8 किलोमीटर का सफर कर निम्मी झरना पहुंचते हैं। रामगढ़ जिला मुख्यालय से दूरी 26 किलोमीटर है। राजधानी रांंची से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी है
निम्मी झरने तक पहुंचने के लिए लगभग 500 मीटर का फासला पैदल तय करना पड़ता है। वाहन को दूर छोड़कर झरने तक पहुंचने में थोड़ी परेशानी जरूर होती है। लेकिन यहां का नजारा आपकी थकान दूर कर आपको ताज़गी से भर देता है।
इधर, रांंची-कोडरमा नयी रेल लाइन पर जल्द ही ट्रेन दौड़़ेगी। इस रूट पर बने सांकी स्टेशन से निम्मी झरने की दूरी लगभग दो किलोमीटर है। ट्रेनों के परिचालन से यहां पर्यटन की संभावनाएं काफी बढ़ सकती हैं। सरकार और प्रशासन ध्यान दे तो निम्मी झरना, पतरातू डैम और पलानी झरना को बड़े टूरिज्म कॉरीडोर के रूप में विकसित किया जा सकता है।
निम्मी झरना क्षेत्र को को पर्यटन के लिहाज से विकसित करने की मांग वर्षों से हो रही है। यहां असीम संभावनाएं भी दिखती हैं। सुगम यातायात की व्यवस्था और थोड़ी सुविधाओं से ही यहां बड़ी संख्या में पर्यटकों का आना-जाना हो सकता है।