बड़कागांव: डीएवी उरीमारी के प्रांगण में डीएवी के पितामह कर्मयोगी महात्मा नारायण दास ग्रोवर की पुण्यतिथि सोमवार को मनाई गई। बाल सभा आयोजित कर विद्यालय के प्राचार्य उत्तम कुमार रॉय और स्कूल के शिक्षको और बच्चों ने सबसे पहले उनके चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।

मौके पर प्राचार्य उत्तम कुमार रॉय ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि ये व्यक्तित्व सादगी और कर्तव्य के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित थे। मूल रूप से एकीकृत भारत और हरियाणा में जन्मे महात्मा नारायण दास ग्रोवर ने बिहार और झारखण्ड में डीएवी विद्यालयों की स्थापना कर शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान दिया। जिन्होंने अपने अथक प्रयास से लगभग 200 डीएवी विद्यालय अलग-अलग क्षेत्रों में खुलवाए। उन्होंने पूरा जीवन मानव विकास में समर्पित कर दिया और अपने लिए भगवान से एक ही कामना की “उनके जीवन का एक-एक पल मानव सेवा में ही लगे और उनकी मृत्यु भी मानव सेवा करते-करते ही हो” वो सच्चे अर्थ में एक महान देशभक्त और कर्मयोगी थे।

उन्होंने बच्चों को विस्तार पूर्वक उनके द्वारा किये गए प्रयासों के बारे में बताया। कार्यक्रम को  शिक्षकों ने भी संबोधित किया। तत्पश्चात कार्यक्रम के दौरान विद्यालय में बरका-सयाल प्रक्षेत्र के सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत आयोजित नाटक में शामिल 47 बच्चों को प्राचार्य उत्तम कुमार रॉय ने सम्मानित और पुरस्कृत किया।

मौके पर विद्यालय के प्राचार्य उत्तम कुमार रॉय ने बताया कि बरका-सयाल प्रक्षेत्र के सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत आयोजित नाटक को निदेशक तकनीकी सीसीएल दरभंगा हाउस आर बी प्रसाद के द्वारा काफी सराहा गया था और उनके द्वारा सम्मानित किया।

कार्यक्रम को सफल बनाने में में डीके मंडल, असीम घटक, एसके पाण्डेय, हरिहर पाढ़ी, आर एल राणा, एन के वत्स, बीएन प्रसाद, मंजू सिन्हा, पुष्पांजलि प्रधान, आर आर गुप्ता, राज कुमार, बबीता कुमारी, लाल बहादुर, ए के सिंह, बी प्रुस्टी, रश्मि कुमारी, नीतू सिंह, दीनू बंधू दास, संजय पात्रा सहित सभी शिक्षक एवं शिक्षिकाओं का सराहनीय योगदान रहा।

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