खूंटी: मंथन युवा संस्थान रांची, विश्व युवा केंद्र नई दिल्ली और लाइव फाउंडेशन द्वारा तोरपा रोड स्थित शैलेश्वरी भवन में सशक्त पंचायत खुशहाल समुदाय विषय पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला के दूसरे दिन मास्टर ट्रेनर पंचायती राज विभाग झारखंड के अनिल भगत ने महत्वपूर्ण जानकारियां दीं।
उन्होंने सतत विकास के लक्ष्य एवं सभी 09 लक्ष्य पर विशेष जानकारी देते हुए बताया कि सतत विकास में 17 लक्ष्य विश्व के 193 देशों ने मिलकर तय किए है। जिससे 01 जनवरी 2016 से 31 दिसम्बर 2030 तक हासिल करना है। भारत सरकार स्थानीयकरण करते हुए 09 लक्ष्यों को इस वर्ष का जीपीडीपी प्लान में लिया है।
बताया कि नौ लक्ष्यों में गरीबी मुक्त और उन्नत आजीविका गांव, स्वस्थ गांव, बाल हितैषी गांव, जल पर्याप्त गांव, स्वच्छ और हरित गांव, पंचायत में आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचा, सामाजिक रूप से सुरक्षित गांव, सुशासन वाला गांव, महिला हितैषी गांव शामिल हैं।
वहीं मास्टर ट्रेनर प्रकाश राणा ने योजना निर्माण प्रक्रिया तथा ग्राम सभा पर जानकारी देते हुए बताया कि ग्राम सभा व्यवहार के आधार पर पंचायत राज का लोक केन्द्रित स्वरूप है। यहां जनता द्वारा चुने गये ग्राम पंचायत प्रतिनिधि जनता के समक्ष उपस्थित होकर उनके प्रश्नों के उत्तर से एवं उनकी जिज्ञासाओं को पूरा करने की चेष्टा करते हैं। यह गणतंत्र की सबसे अनूठी और पंचायत राज का सबसे मौलिक स्वरूप है। ग्राम सभा में ही गणतंत्र ‘लोगों के लिये तथा लोगों द्वारा वाला स्वरूप धारण करता है। ग्राम सभा ही वह आधारशिला है जिस पर पंचायत राज का पूरा विकसित ढांचा अवस्थित है। उन्होंने बताया कि ग्राम सभा में आठ समिति होती है। जिसमें चार-चार सदस्य होते है।
कार्यशाला मे मुख्य रूप से विश्व युवक केन्द्र नई दिल्ली के अजीत राय, मंथन युवा संस्थान के सुधीर पाल, उप प्रमुख संतोष कर, मुखिया संगीता कच्छप, सोमारी लकड़ा, पंचायत समिति सदस्य हिमाद्री देवी, बसन्त धान, वार्ड सदस्य देवनेसिया केरकेट्टा सहित कई पंचायत जनप्रतिनिधि एवं ग्राम सभा के सक्रिय सदस्य मौजूद थे।