आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति है ऑपरेशन सिंदूर : प्रधानमंत्री
कहा- टेरर और टॉक एक साथ नहीं हो सकता, टेरर और ट्रेड एक साथ नहीं हो सकता, पानी और खून एक साथ नहीं बह सकता |
Operation sindoor: प्रधानमंत्री ने सोमवार की शाम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने देश की सेना, सशस्त्र बल, खुफिया एजेंसी और वैज्ञानिकों को सैल्यूट किया और ऑपरेशन सिंदूर के तहत उनके पराक्रम को देश की माताओं, बहनों और बेटियों समर्पित किया। पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि घटना ने देश और दुनिया को झकझोर दिया है। यह न सिर्फ क्रूरता थी बल्कि देश के सौहार्द को तोड़ने का भी प्रयास था। आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग में पूरा देश एकजुट हो गया। सरकार ने सशस्त्र बलों को आतंकवादियों को खत्म करने की पूरी आजादी दी है। आज आतंक का हर संगठन देश की महिलाओं की गरिमा को नुकसान पहुंचाने का परिणाम अच्छी तरह चुका है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर करोड़ों भारतीयों की भावनाओं का प्रतिबिंब है। यह न्याय के लिए अटूट प्रतिज्ञा है। जिसे दुनिया ने 6-7 मई को पूरा होते देखा। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों और प्रशिक्षण केंद्रों पर सटीक निशाना लगाकर उसे ध्वस्त कर दिया। आतंकवादी ठिकानों पर भारतीय मिसाइल और ड्रोन ने बुनियादी ढांचे के साथ-साथ उनके मनोबल को भी चकनाचूर कर दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि अभियान में 100 से अधिक खतरनाक आतंकियों का सफाया हो गया है। जिसमें वैसे प्रमुख व्यक्ति भी थे, जो वर्षों से भारत के खिलाफ आतंकी साजिश रचते आ रहे थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में शामिल होने के बजाय पाकिस्तान ने भारतीय स्कूलों, कॉलेजों, गुरुद्वारों, मंदिरों और आम नागरिक घरों पर हमले किए और सैन्य ठिकानों को भी निशाना बनाया। जिसमें पाकिस्तान की कमजोरियां उजागर हुईं। भारत की वायु रक्षा प्रणाली के सामने उसके मिसाइल और ड्रोन तिनके की तरह बिखर गए, जिन्हें आसमान में ही बेअसर कर दिया गया। वहीं भारतीय मिसाइल और ड्रोन ने सटीक हमला करते हुए उसके एयरबेस को काफी नुकसान पहुंचाया है। तीन दिनों में ही पाकिस्तान को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। जिसके बाद पाकिस्तान राहत के लिए वैश्विक समुदाय अपील करने लगा। भारी नुकसान के बाद पाकिस्तान की सेना ने 10 मई की दोपहर को भारत के डीजीएमओ से संपर्क किया। जिसमें पाकिस्तान ने अपील करते हुए भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों और सैन्य आक्रमण रोकने की बात कही। पीएम ने कहा कि भारत ने स्थिति की समीक्षा करते हुए पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों और सैन्य प्रतिष्ठानों के खिलाफ जवाबी अभियान को अस्थाई रूप से स्थगित किया है। आनेवाले दिनों में भारत पाकिस्तान के हर कदम का आंकलन करेगा। प्रधानमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ भारत की स्थाई नीति है। इस ऑपरेशन आतंक विरोधी उपायों में एक नया मानक और नये नॉर्म्स स्थापित कर दिया है।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत पर किसी भी आतंकवादी हमले का मजबूत और दृढ़ जवाब देगा। भारत अपनी शर्तों पर जवाबी कार्रवाई करेगा और सीधे आतंकवाद की जड़ो को निशाना बनाया जाएगा। कहा कि भारत परमाणु धमकियों से डरनेवाला नहीं है और अपने नागरिकों को किसी भी खतरे से बचाने के लिए निर्णायक कदम उठाया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुनिया ने देखा कि आतंकवादियों के अंतिम संस्कार में पाकिस्तानी सेना के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। जिससे साफ है कि स्टेट प्रायोजित आतंकवाद में पाकिस्तान की गहरी संलिप्तता है।
उन्होंने कहा कि आतंकवाद के सभी रूपों के खिलाफ लड़ाई में एकता भारत की सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने कहा कि यह युग युद्ध का नहीं है, लेकिन आतंकवाद का भी नहीं है। उन्होंने कहा, कि आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस एक बेहतर और सुरक्षित दुनिया की गारंटी है।अगर पाकिस्तान को अपना अस्तित्व बचाना है, तो उसे अपने आतंकी ढांचे को खत्म करना होगा। शांति का कोई दूसरा रास्ता नहीं है। प्रधानमंत्री ने कहा कि टेरर और टॉक एक साथ नहीं हो सकता, टेरर और ट्रेड एक साथ नहीं चल सकता, और खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते। पाकिस्तान के साथ कोई भी चर्चा केवल आतंकवाद पर केंद्रित होगी और पाकिस्तान के साथ कोई भी बातचीत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) पर केंद्रित होगी।