खूंटी: झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन खूंटी जिला समिति की एक दिवसीय सम्मेलन सैलेश्वरी भवन खूंटी में रविवार को हुआ। जिसकी अध्यक्षता यूनियन की जिलाध्यक्ष रंजीता देवी ने किया।
सम्मेलन में गत 27 अप्रैल को दिल्ली के जंतर-मंतर में हुए एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन का समीक्षा किया गया। वहीं हर्ष व्यक्त किया गया कि पहली बार झारखंड में आंगनबाड़ी सेविका सहायिका के हित की बात करने वाली संगठन के नेतृत्व में धरना-प्रदर्शन किया गया। जिसमें खूंटी जिला अग्रणी की भूमिका में रहीं।
वहीं सम्मेलन में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया कि मंहगाई को देखते हुए पोषाहार की राशि वर्त्तमान बाजार दर के हिसाब से दिया जाए, सेवानिवृत्त सेविका सहायिका को हरियाणा की तर्ज पर एक मुश्त राशि देते हुए आजीवन पेंशन दिया जाए, केन्द्र सरकार स्थायी करते हुए तृतीय वर्गी कर्मचारी का दर्जा दें।
इस दौरान सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि एक माह बाद प्रधानमंत्री तथा समाज कल्याण मंत्री से वार्ता में खूंटी जिला का भी प्रतिनिधित्व रहें एवं मांग पूरी नहीं होने पर आगामी दिसम्बर-जनवरी माह में पुन: दिल्ली के जंतर-मंतर मे होने वाली धरना-प्रदर्शन मे खूंटी जिलें से सैकड़ो सेविका सहायिका पूरे जोश के साथ भाग लेंगी। इससे पूर्व झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन द्वारा खूंटी जिला संयोजक अनिल भगत का जोरदार स्वागत किया गया।
सम्मेलन में मुख्य रूप से यूनियन की जिलाध्यक्ष रंजीता देवी, सचिव जयवंती नाग, कोषाध्यक्ष बसन्ती बारला, पंचमी देवी, सरिता मांझी, पुष्पा भुईयां, बिरन पूर्ती, अलमा टुटी, धनमनी देवी, गुड्डी देवी, प्रभा बाखला, पुडंगी पूर्ती सहित कई सेविका सहायिका मौजूद थी।