ताराटांड़ पंचायत में दहशत का माहौल, वन विभाग अलर्ट
रामगढ़: पतरातू प्रखंड के ताराटांड़ पंचायत में सोमवार की रात जंगली हाथियों के झुंड ने जमकर उत्पात मचाया। तकरीबन 22 की संख्या में जंगली हाथी पलानी नदी के रास्ते बोलियां बस्ती में प्रवेश कर गये। जहां वन विभाग खदेड़े जाने पर समुह दो भाग में बंट गया। एक समूह जंगल के रास्ते पहाड़ी क्षेत्र में चला गया। जबकि झुंड के सात हाथी रात लगभग 10बजे उचरिंगा गांव में प्रवेश कर गये।

इस दौरान झुंड ने मतीन अंसारी, तीर्थ नाथ महतो, नागेश्वर के बाड़ी की बाउंड्री तोड़ दी। वहीं बाड़ी में लगी की फसलों को रौंदकर चौपट कर दिया। वहीं बालेश्वर सिंह के घर को क्षतिग्रस्त कर दिया। जिससे घर के सामान को काफी नुक़सान पहुंचा है। बालेश्वर सिंह ने बताया कि हाथी आने की सूचना मिल गई थी। जिससे परिवार के लोग भागकर दूसरी जगह चले गए। जबकि मकान और घरेलू सामान को हाथियों ने काफी नुक्सान पहुंचाया है।

वहीं हाथियों का यह झुंड देर रात कटुआकोचा के रास्ते तालाटांड़ पहुंचा। जहां हाथियों ने चिबलू मुंडा के घर को क्षतिग्रस्त कर दिया और घर में रखा अनाज चट कर गये। यहां से वन विभाग और ग्रामीणों के द्वारा खदेड़े जाने पर झुंड घाटी के रास्ते चरका पत्थर, मुरेठा गांव की ओर निकल गया। खबर लिखे जाने तक फिलहाल यह झुंड चरका पत्थर में डेरा जमाये है।
रातभर रहा दहशत का माहौल, वन विभाग हलकान
हाथियों के क्षेत्र में प्रवेश करने से ग्रामीण रातभर दहशत में रहे।सूचना पर पहुंचे वन विभाग के कर्मी और स्थानीय पुलिस निगरानी करती रही। रात में कई ऐसे बार मशाल लेकर हाथियों को खदेड़ा गया। पटाखे फोड़कर और किन बजाकर झुंड को आबादी वाले क्षेत्र से जंगल की ओर खदेड़ा गया। दूसरे दिन मंगलवार को तालाटांड़ और आसपास के लोगों में दहशत व्याप्त रहा। बताया जाता है कि सात हाथियों के झुंड में दो शावक भी हैं। संभावना जताई जा रही है कि अपने समूचे झुंड की तलाश में हाथी भटककर पुनः क्षेत्र में प्रवेश कर सकते हैं।