हजारीबाग: सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, कुम्हार टोली में संकुल स्तरीय शिशु वाटिका आचार्य कार्यशाला का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का आरंभ अतिथि सरिता कुमारी, प्रांतीय सह प्रमुख, वाटिका शिक्षा, संकुल संयोजक, डॉक्टर बी के विश्वकर्मा, रश्मि कुमारी, विभाग प्रमुख , संगीता कुमारी, संकुल प्रमुख चतरा, विद्यालय के सदस्य, संजय उपाध्याय एवं विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य, डॉक्टर राजीव रंजन के द्वारा मां भारती, माता सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलन और पुष्प अर्पित कर किया गया।
कार्यशाला में प्रांतीय सह प्रमुख सरिता कुमारी ने बताया कि चित्र के द्वारा शिशु वाटिका के बच्चों को हम धार्मिक बातों की जानकारी के साथ- सर्वांगीण विकास कैसे कर सकते हैंl। वहीं संकुल संयोजक डॉ. बी.के. विश्वकर्मा ने कहा- शिशु वाटिका के बच्चों को क्ले एवं मिट्टी के माध्यम से कलाकृति बनाकर उन्हें शिक्षा प्रदान करें। वही रश्मि कुमारी, विभाग प्रमुख ने विभिन्न प्रकार के क्रिया आधारित शिक्षण के द्वारा बहनों के योग्यता विकास की बात कही।
मौके पर विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉक्टर राजीव रंजन ने कहा शिशुओं के सीखाने की 12 व्यवस्थाओं के माध्यम से शिशुओं को हम शिक्षा प्रदान करें । इससे शिशुओं का ज्ञानेंद्रियों के साथ उनके कर्मइंद्रियों का विकास होता है। कार्यशाला में विभिन्न संकुल के विभिन्न विद्यालयों से आई हुई दीदी ने शिशु वाटिका से संबंधित विभिन्न प्रकार के क्रिया आधारित शिक्षण एवं प्रयोग की जानकारी प्राप्त की। कार्यशाला में प्राचार्य राजकुमार और कुम्हारटोली संकुल के विभिन्न विद्यालयों से आए हुए आचार्यगण उपस्थित थे।