मंत्री सत्यानन्द भोक्ता ने किया झंडोत्तोलन

चतरा: 75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर मुख्य कार्यक्रम जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित हुई। बतौर मुख्य अतिथि मंत्री, श्रम नियोजन प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग, झारखंड सरका सत्यानन्द भोक्ता ने कार्यक्रम में भाग लिया। उपायुक्त अबु इमरान एवं पुलिस अधीक्षक  राकेश रंजन ने मंत्री का स्वागत किया। इसके पश्चात जीप पर सवार होकर माननीय मंत्री, उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक ने परेड का निरीक्षण किया। समारोह में मंत्री सत्यानंद भोक्ता द्वारा झंडोत्तोलन किया गया। मंत्री समेत स्टेडियम में उपस्थित पदाधिकारियों, स्कूली बच्चों एवं आमजनों द्वारा राष्ट्रगान किया गया एवं राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी गई।

जिसके पश्चात एक के बाद एक प्लाटून द्वारा परेड एवं विभिन्न विभागों द्वारा झांकी निकाली गई। इनमें मुख्यतः स्वास्थ्य विभाग, कृषि विभाग, झारखण्ड शिक्षा परियोजना, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमण्डल, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण, नगर पर्षद, जिला समाज कल्याण, जिला आपूर्ति, जिला कल्याण एवं जिला सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, चतरा द्वारा विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं समेत कई अन्य थिम पर आधारित झांकी की प्रस्तुति की गई।

मंत्री ने संबोधित करते हुए सभी को 75वें गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दिया। उन्होंने अपने भाषण में गणतंत्र दिवस की विशेषता बताते हुए राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। साथ हीं शहीद के परिजनों, समेत अन्य का भी अभिवादन किया।उन्होंने अपने भाषण में आगे कहा कि आज हम सब देशवासी 75वें गणतंत्र दिवस मना रहे हैं। 26 जनवरी 1950 को हमारे देश का संविधान लागु किया गया था। जिसमें भारत को गणतांत्रिक व्यवस्था वाला देश बनाने की राह तैयार की गई थी। इस वजह से हर वर्ष 26 जनवरी को भारत के गणतांत्रिक राष्ट्र बनाने के उपलक्ष्य में इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। गणतंत्र का अर्थ ही जनता के द्वारा जनता के लिए शासन। हम सभी देश वासियों को भारत का नागरिक होने पर गर्व है। यह देश के राष्ट्रीय पर्व में से एक है। आजादी में बहुत सारे वीर महा पुरूषों जैसे भगत सिंह, सरदार बल्लभ भाई पटेल, सुभाष चन्द्र बोस, चन्द्र शेखर आजाद, लाल बहादूर शास्त्री, और महात्मा गाँधी आदि जैसे महान पुरूषो के बलिदान का परिणाम है। भारत के संविधान को बनाने में बाबा साहब डॉक्टर भीम राव अम्बेदकर का बड़ा स्थान है। गणतंत्र दिवस हम सभी भारतीयों के अंदर हर्ष उल्लास और नवीन चेतना का संचार करता है। सभी सरकारी संस्थानों में यह पर्व मनाया जाता है। हलाँकि आज भी हमारे सामने कई महत्वपूर्ण चुनौतियाँ है। जिनमें भ्रष्टाचार, उग्रवाद, बेरोजगारी की समस्या प्रमुख है। हमें विश्वास है कि हम इन समस्याओं का भी निदान कर लेंगे तथा इन पर विजय हासिल करते हुए हम निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर रहेंगे।

15 नवम्बर 2000 से ही झारखण्ड स्थापना के बाद एक अलग रूप में इस राज्य ने भी राष्ट्र निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। जंगल-झाड़, पहाड, नदी, नाला की बहुलता के कारण ही इसका नाम झारखण्ड पड़ा है। हम सभी यहाँ इस तिरंगे झण्डे के नीचे भारतीय गणतंत्र दिवस का महोत्सव मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं। यह केवल एक पर्व नहीं बल्कि हर भारतवासी के लिए गर्व और सम्मान की बात है। आज का समय हम सभी चतरा तथा झारखण्ड वासियों के लिए विशेषरूप से महत्वपूर्ण है। जैसे कि आपलोगों को मालूम है कि अभी कुछ दिन पूर्व ही आपकी सरकार ने सफलता पूर्वक अपने कार्यकाल का 4 वर्ष पूरा किया है। इन 4 वर्षों में राज्य सरकार माननीय मुख्यमंत्री, श्री हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में राज्य में विकास को एक नई गति दी है एवं कई नयी योजनाओं को प्रारंभ की गयी है।

इस दौरान मौके पर मुख्य रूप से विभिन्न राजनीतिक दलों के जिला अध्यक्ष, जिला परिषद अध्यक्ष, जिला परिषद उपाध्यक्ष, जिला प्रशासन के सभी वरीय अधिकारी, पुलिस प्रशासन के अधिकारी, इलेक्ट्रिक एवं प्रिंट मीडिया के पत्रकार बंधु, सभी कर्मी, स्कूली बच्चे, आम नागरिक समेत अन्य संबंधित उपस्थित थे।

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