रामगढ़: सेल संचालन समिति, सौंदा बस्ती के तत्वावधान में मंगलवार को सयाल’ डी’ परियोजना अंतर्गत कार्य कर रही आउटसोर्सिंग कंपनियों का संप्रेषण ठप करा दिया गया। सुबह सात बजे से दोऊ 12 बजे तक कोयले का संप्रेषण बंद रहा। बताया गया कि कई बार वार्ता कर वादा करने के बाद भी ग्रामीणों को आउटसोर्सिंग कम्पनी में रोजगार से वंचित रखा गया है। जिन ग्रामीणों को समिति के माध्यम से पीएस एमई और आर ए माइनिंग कंपनी में रोजगार दिया गया था, उनको एचपीसी रेट में वेतन नहीं दिया जा रहा है। साथ ही वैकल्पिक सड़क जी डायवर्ट किया जाना था उसका कार्य अभी तक प्रारंभ नहीं किया गया है जिससे यातायात में काफ़ी परेशानी आ रही है।
वहीं काम ठप होने पर सीसीएल बरका-सयाल महाप्रबंधक कार्यालय में महाप्रबंधक अजय सिंह और समिति के बीच वार्ता हुई। महाप्रबंधक सिंह के सार्थक पहल करने के आश्वासन पर समिति ने आंदोलन वापस ले लिया और काम पुनः शुरू हो गया।
वार्ता में परियोजना पदाधिकारी सुबोध कुमार समिति के संरक्षक गजानंद प्रसाद, अध्यक्ष नीतीश कुमार सचिव अंबर कुमार पूर्व मुखिया दयानंद प्रसाद आदि शामिल थे। वहीं बंदी को सफल बनाने में ललन प्रसाद, राजदीप प्रसाद , रमेश मुंडा बंधु करमाली, अरविंद प्रसाद, रंजन कुमार, साशिकांत गुप्ता, जयकेश करमाली, अखिलेश प्रसाद, अमित कुमार, अरुण प्रसाद, निरंजन प्रसाद, दीपक कुमार, राकेश कुमार (पिंकू), हरिनारायण प्रसाद, फलींद्र कुमार साहू, चितरंजन कुमार, सोनू कुमार, जगदीश साव , जनक प्रसाद, अभिषेक कुमार, राजकुमार, सोहन प्रसाद संजय कुमार, अमोद प्रसाद, तिलेश्वर साहू राजेश गुप्ता छोटू साव गुप्तेश्वर प्रसाद किशन कुमार पवन साव, रवि कुमार, नवीन कुमार, मास्टर मुंडा, मनोज कुमार, बिरजू बाउरी आदि उपस्थित थे ।