सीओ, एसडीपीओ और एसडीएम को बर्खास्त करने की मांग की
रांंची: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के निर्देशानुसार भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को पुलिस महानिदेशक को ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, हजारीबाग सांसद मनीष जयसवाल, भवनाथपुर विधायक भानु प्रताप शाही, राजमहल विधायक अनंत ओझा, जमुआ विधायक केदार हाजरा, हटिया विधायक नवीन जयसवाल, डाल्टेनगंज विधायक आलोक चौरसिया सिमरिया विधायक किशुन दास शामिल रहे। पुलिस महानिदेशक को सौंपे गए ज्ञापन में मांग की गई कि महूदी के हिन्दू पक्ष को रामनवमी के जुलूस निकालने का लाइसेंस अविलंब दिया जाए, महूदी घटना में संलिप्त सीओ, एसडीपीओ, एसडीएम को अविलंब बर्खास्त किया जाए, आन्दोलन के क्रम में हुए मुकदमों को वापस लिया जाये, पाकुड़ के तारानगर, इलाही बस्ती में विशेष समुदाय द्वारा हिन्दुओं के घर में तोड़ फोड़ की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए, पाकुड़ जिला के गोपीनाथपुर गांव में हुई घटना में सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी करवाई की जाए साथ ही फिलिस्तीन झंडा दिखाने वालों पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
पुलिस महानिदेशक से मुलाकात करने के बाद मीडिया से बात करते हुए नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने बताया कि महुदी गांव में पिछले 40 वर्षों से हिन्दुओं को रामनवमी का जुलुस निकालने नहीं दिया गया है। मामले में वर्ष 2019 में उपायुक्त की अध्यक्षता में हिन्दुओं एवं मुस्लिमों के साथ हुई वार्ता में रामनवमी झंडा के जुलूस के बदले तिरंगा झंडा निकालने पर सहमती बनी, वहीं इस बात का आश्वासन भी दिया गया कि अगले वर्ष से रामनवमी का जुलुस निकालने की अनुमती दे दी जायेगी। लेकिन कोविड के कारण जुलूस नहीं निकाला गया। उसके बाद से जब भी हिन्दुओं ने रामनवमी का जुलुस निकालने का लाइसेंस मांगा तो जिला प्रशासन के तरफ से टाला गया। इस वर्ष भी महावीर झंडा हिन्दुओं के द्वारा शान्तिपूर्ण तरीके से निकाला गया लेकिन झंडा वापसी के समय जिला के सीओ, एसडीपीओ एवं एसडीएम ने झंडा को वापस नहीं जाने दिया जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है। महावीर झंडा की वापसी के लिए ग्रामीण शान्तिपूर्वक धरना दे रहे थे। इधर, जिला प्रशासन ने मुहर्रम जुलुस को हिन्दू क्षेत्र से पार कराने के लिए शान्तिपूर्वक धरना दे रहे हिन्दुओं पर लाठी चार्ज किया, जिससे कई ग्रामीण गंभीर रुप से घायल हो गये। साथ ही कई बेकसूर हिन्दुओं के खिलाफ झूठा मामला दर्ज किया गया और गिरफ्तारी की गयी।
कहा कि जो काम आज तक के इतिहास में मुगल और अंग्रेजों ने नही किया वो आज जेएमएम, कांग्रेस और राजद की सरकार ने कर दिया है। भारत आज़ाद है और यहां हर किसी को अपने अनुसार जीने का अधिकार है। राज्य सरकार की यह तुष्टिकरण की राजनीति चलने नहीं दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष मुहर्रम के नाम पर जिस तरह की घटना पूरे राज्य में देखने को मिली है वह झारखण्ड के इतिहास में पहली बार हुआ है। यह सब उन्मादियों का मनोबल बढ़ने के कारण हुआ है। मोहर्रम के अवसर पर झारखंड के गिरिडीह के बगोदर, हजारीबाग के महुदी, सोनपुर, नयाटांड, धनबाद के पांडरपाला, सरायकेला के नारायणपुर में हिंसक झड़प हुई। वहीं दुमका, जमशेदपुर, लोहरदगा, रामगढ़ में फिलिस्तीन का झंडे दिखाने का मामला प्रकाश में आया है। पाकुड़ जिला के गोपीनाथपुर गांव में बकरीद के मौके पर गौ हत्या का विरोध करने पर पश्चिम बंगाल से बांग्लादेशी मुस्लिमों ने गांव पर हमला कर कई घरों में तोड़ फोड़, आगजनी, लूटपाट, बमबाजी, मारपीट की है।
वहीं हज़ारीबाग़ सांसद मनीष जयसवाल ने कहा कि हजारीबाग के कई क्षेत्र में मुस्लिम समुदाय के द्वारा कई घटनाओं को अंजाम दिया गया उन्होंने बताया कि यज्ञ यात्रा के दौरान मुसलमानों ने महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया उनके साथ मारपीट की इस मामले पर फिर भी दर्ज किया गया लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। एक राजनीतिक जुलूस पर भी मुसलमानों के द्वारा हमला किया गया लेकिन उसे पर भी आज तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गई