हजारीबाग: पुलिस ने एनटीपीसी केरेडारी के डीजीएम (कोल डिस्पैच) कुमार गौरव हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। हत्याकांड को अंजाम देनेवाले सभी चार अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। जिनके पास से पुलिस ने हत्या कांड में प्रयुक्त 7.65 बोर का पिस्टल, 3 जिंदा गोली, घटना में प्रयुक्त दो पल्सर बाइक, पांच मोबाइल सहित अन्य सामान बरामद किया है। गिरफ्तार आरोपियों में मिंटू कुमार पासवान पिता परमेश्वर पासवान निवासी लोहार टोला थाना बड़कागांव (जिला हजारीबाग) राहुल मुंडा पिता कुलेश्वर मुंडा निवासी नापोखुर्द थाना बड़कागांव (जिला हजारीबाग), मनोज माली पिता कौलेश्वर माली निवासी जोरदार माली टोला, थाना केरेडारी (जिला हजारीबाग) और अजय यादव पिता स्व. टहल यादव निवासी हरनाली थाना इटखोरी (जिला चतरा) शामिल हैं।
मामले का खुलासा करते हुए प्रेस कांफ्रेंस में डीआईजी संजीव कुमार ने हत्याकांड के उद्भेदन और अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु हेतु श्री अमित कुमार अपर पुलिस अधीक्षक सह पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय), हजारीबाग के नेतृत्व में एक एसआईटी टीम गठन किया गया था। टीम के द्वारा गहराई से अनुसंधान करते हुए इस काण्ड में शामिल शूटर्स तथा रेकी करने वाले लोगों की पहचान करते हुए गिरफ्तारी की गई। लेवी और दहशत फैलाने के उद्देश्य से गिरोह ने हत्याकांड को अंजाम दिया था। मिंटू कुमार पासवान, राहुल कुमार मुंडा और मनोज माली निवासी ने हत्या की योजना तैयार की थी। चतरा निवासी अजय यादव ने हथियार, गोली उपलब्ध कराया। घटना के दिन मनोज माली ने रेकी की। जबकि शूटर मिंटू पासवान ने स्कॉर्पियो पर सवार डीजीएम पर अंधाधुंध गोलीबारी की। घटना को अंजाम देने के बाद राहुल मुंडा पल्सर बाइक पर मिंटू पासवान को लेकर फतहा जंगल से मोतरा घाटी की ओर भाग निकला। मामले में सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी गैजेट्स का उपयोग कर एसआईटी टीम ने विभिन्न जिलों में छापेमारी कर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है।
बताया जाता है कि अभियुक्त अमन साहू (मृत) गिरोह के संपर्क में थे। जबकि अजय यादव का आपराधिक इतिहास रहा है। उसपर चतरा जिला सहित पटना (बिहार) में आपराधिक मामले दर्ज हैं।